[updated] नागपुर में बन सकता है 'स्वीडन-इंडिया सस्टेनेबिलिटी हब'

    29-May-2025
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शहर में स्वीडन (Sweden) और भारत के बीच टिकाऊ शहरी विकास के लिए एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) की स्थापना की संभावनाएं मजबूत हो रही हैं। स्वीडन की इनोवेशन एजेंसी विनोवा (Vinnova) द्वारा पिछले वर्ष आईवीएल डिश एनवायर्नमेंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट को एक प्री-फिजिबिलिटी स्टडी के लिए नियुक्त किया गया था। इस अध्ययन का नेतृत्व नागपुर की मूल निवासी और वर्तमान में स्वीडन में कार्यरत रुपाली देशमुख (करणगले) ने किया, जो आईवीएल इंडिया की सीईओ और कंट्री मैनेजर हैं। 

रुपाली देशमुख 27–28 मई 2025 को नागपुर दौरे पर थीं, जहां उन्होंने NEERI, IIM नागपुर, VNIT, नगर आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी और Association for Industrial Development के साथ बैठक कीं। उनके साथ स्वीडन के काउंसल जनरल हिज एक्सेलेंसी मिस्टर स्वेन ओस्टबर्ग भी मौजूद थे। NEERI, IIM, और VNIT ने प्रस्तावित कोई को होस्ट करने और तकनीकी सहयोग देने की इच्छा जताई। स्थानीय उद्योग जगत और प्रशासन ने भी परियोजना के प्रति अपना समर्थन जताया।
 
नाग नदी के पुनर्जीवन की उम्मीद
रूपाली और आयुक्त चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि यह सेंटर नाग नदी के पुनर्जीवन में अहम भूमिका निभा सकता है। स्वीडन की उन्नत तकनीकी की मदद से वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट और इकोलॉजिकल रिजनरेशन को बढ़ावा मिलेगा। यह केंद्र पायलट प्रोजेक्ट्स, कैपेसिटी बिल्डिंग और रियल-टाइम मॉनिटरिंग में मदद करेगा, साथ ही भारत-स्वीडन सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। ओस्तबर्ग ने भी नागपुर की ऐतिहासिक, शैक्षणिक और आर्थिक क्षमताओं की सराहना की और शहर के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जताई।